CBSE Board Exam 2025: सीबीएसई बोर्ड ने कक्षा 10वीं, 12वीं की परीक्षा से जुड़ा एक अहम नोटिस जारी किया है। जो छात्र इस परीक्षा में शामिल होने जा रहे हैं, उन्हें नीचे दिए गए इन बिंदुओं को ध्यान से पढ़ना चाहिए।
CBSE Board Exam 2025: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने आज सभी संबद्ध स्कूलों को एक नया निर्देश जारी करते हुए कहा कि वे यह सुनिश्चित करें कि परीक्षा हॉल में अनिवार्य रूप से CCTV कैमरे लगे हों। कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं केवल उन्हीं कमरों में आयोजित की जाएंगी, जहां CCTV की सुविधा उपलब्ध है। CBSE के नोटिफिकेशन के मुताबिक, अगर किसी स्कूल में यह व्यवस्था नहीं है, तो वह परीक्षा केंद्र के तौर पर मान्य नहीं होगा। यह नीति साल 2025 की परीक्षाओं से लागू होगी।
CBSE Board Exam 2025: Important notice issued regarding CBSE Board Exam 2025, check immediately before going to school
CBSE ने बताया कि इस साल कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में करीब 44 लाख छात्र शामिल होंगे। इतने बड़े पैमाने पर परीक्षाओं का निष्पक्ष और सुचारू संचालन सुनिश्चित करने के लिए बोर्ड ने नई CCTV नीति बनाई है। इसके तहत शिक्षण संस्थानों को हाई-रिजॉल्यूशन कैमरे लगाने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि परीक्षा के दौरान छात्रों की गतिविधियों और परीक्षा सामग्री पर स्पष्ट रूप से नजर रखी जा सके।
CBSE Board Exam 2025: नीति के तहत 10वीं और 12वीं के नतीजे जारी होने के बाद कम से कम दो महीने तक परीक्षा हॉल की रिकॉर्डिंग को सुरक्षित रखना अनिवार्य होगा। यह सुनिश्चित करने के लिए कि अगर बोर्ड को किसी रिकॉर्डिंग की समीक्षा करने की जरूरत है, तो वह आसानी से उपलब्ध हो।
CBSE Board Exam 2025: केवल अधिकृत कर्मी ही इन रिकॉर्डिंग तक पहुंच पाएंगे। बोर्ड ने यह भी निर्देश दिया है कि कैमरों में पैन, टिल्ट और जूम जैसी सुविधाएं होनी चाहिए ताकि विशिष्ट क्षेत्रों और छात्रों पर सटीक नजर रखी जा सके। हालांकि, इन कैमरों की स्थापना और रखरखाव का खर्च स्कूलों को खुद ही उठाना होगा, बोर्ड की ओर से कोई वित्तीय सहायता नहीं दी जाएगी। CBSE Board Exam 2025
CBSE Board Exam 2025: इसके अलावा सीबीएसई ने स्कूलों से यह भी सुनिश्चित करने को कहा है कि अभिभावकों और छात्रों को इस फैसले के उद्देश्य और उनके अधिकारों के बारे में पूरी जानकारी दी जाए। स्कूलों को ओरिएंटेशन सेशन, हैंडबुक और नोटिस बोर्ड के जरिए यह जानकारी साझा करने की सलाह दी गई है।
इसके साथ ही परीक्षाओं के दौरान सुधार के लिए छात्रों, कर्मचारियों और परीक्षा अधिकारियों से फीडबैक लेने की सिफारिश की गई है। प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर 10 कमरों या अधिकतम 240 विद्यार्थियों की निगरानी के लिए एक अधिकारी नियुक्त किया जाएगा, जो परीक्षा के निष्पक्ष संचालन की देखरेख करेगा।