Azamgarh News: आजमगढ़ रेलवे स्टेशन परिसर में बने वाहन स्टैंड पर अवैध वसूली की जा रही है। मंगलवार को दोपहर 12.35 बजे अमर उजाला की टीम भी अवैध वसूली की हकीकत जानने के लिए हेलमेट पहनकर वाहन स्टैंड पर पहुंची। तभी स्टैंड संचालक पहुंचा और गुलाबी पर्ची थमाते हुए 20 रुपये जमा करने को कहा। टीम ने तीखे सवाल पूछे और उसे 20 रुपये देते हुए पूरी घटना कैमरे में कैद कर ली। जबकि निर्धारित दर 10 रुपये है।
Azamgarh News: रेलवे अपने यात्रियों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। स्टेशन पर आने वाले लोगों को बेहतर भोजन, शुद्ध पेयजल, बैठने की व्यवस्था और कम दरों पर वाहन स्टैंड आदि मुहैया कराया जाता है। रेलवे के इस प्रयास पर कुछ लोग पानी फेर रहे हैं। रेलवे स्टेशन पर बने वाहन स्टैंड पर यात्रियों और उनके परिजनों से अवैध वसूली की जा रही है। जबकि वहां स्टेशन अधीक्षक, मंडल वाणिज्य निरीक्षक, जीआरपी और आरपीएफ के अधिकारी तैनात रहते हैं।
Azamgarh News: रेलवे स्टेशन स्टैंड पर दो पहिया वाहनों का किराया 10 रुपये है, वसूले जा रहे 20 रुपये
Azamgarh News: वाहन स्टैंड के लिए रेलवे ने टेंडर प्रक्रिया के जरिए दरें निर्धारित की हैं। विभाग के अनुसार स्टैंड पर दोपहिया वाहन पार्क करने का शुल्क मात्र 10 रुपये है, लेकिन स्टैंड संचालक यहां लोगों से 20 रुपये वसूल रहा है। इसको लेकर आए दिन शिकायतें मिल रही थीं। इसको लेकर विवाद भी हो रहे हैं।
Azamgarh News: हकीकत जानने के लिए मंगलवार को अमर उजाला की टीम दोपहिया वाहन लेकर स्टैंड पर पहुंची तो स्टैंड संचालक ने गुलाबी पर्ची थमा दी। पर्ची देने के बाद उसने 20 रुपये जमा करने को कहा। टीम ने 500 रुपये का नोट दिया तो उसने कहा कि उसके पास खुले पैसे नहीं हैं। उसने कहा कि आने के बाद जमा कर देगा। टीम ने ऑनलाइन भुगतान करने को भी कहा, लेकिन संचालक ने नहीं लिया।
Azamgarh News: संचालक द्वारा दी गई पर्ची फर्जी लग रही थी। उस पर रेट स्पष्ट नहीं था कि दोपहिया वाहन का रेट क्या है। टीम वापस आई और उसे 20 रुपये देते हुए तीखे सवाल भी किए। टीम ने पूछा कि कहां लिखा है कि दोपहिया वाहन का रेट 20 रुपये है। परिचालक ने पर्ची पर लिखे शब्दों को पढ़कर बताया कि यहां लिखा है पूर्वोत्तर रेलवे आजमगढ़ वाहन पार्किंग 20 रुपये। जबकि पर्ची पर ऐसा कुछ नहीं था। टीम ने पूरी घटना को कैमरे में कैद कर लिया।
स्टेशन पर बने वाहन स्टैंड पर दोपहिया वाहन पार्क करने का 10 रुपये किराया है। अगर वे अधिक पैसे ले रहे हैं तो गलत है। – मिथिलेश, मंडल वाणिज्य निरीक्षक, आजमगढ़। ये भी पढ़ें…