Madhumakhi Palan: आजमगढ़, उत्तर प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में मधुमक्खी पालन सबसे आसान और सबसे ज़्यादा मुनाफे वाले व्यवसायों में से एक बन गया है. बड़ी संख्या में किसान मधुमक्खी पालन से जुड़कर व्यवसाय कर रहे हैं और ज़्यादा से ज़्यादा मुनाफ़ा कमा रहे हैं. मधुमक्खी पालन के लिए सरकार की ओर से भी किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है. इसके लिए केंद्र सरकार की ओर से मधुमक्खी पालकों को 80 से 85% तक की सब्सिडी दी जा रही है. इसके अलावा राज्य सरकारों की ओर से भी मधुमक्खी पालन के लिए विशेष प्रोत्साहन की व्यवस्था की जा रही है.
Madhumakhi Palan: मधुमक्खी पालन में हर संभव मदद दी जाएगी
Madhumakhi Palan: राष्ट्रीय मधुमक्खी बोर्ड (NBB) ने मधुमक्खी पालन के दौरान किसानों को हर संभव मदद देने के लिए NABARD के साथ समझौता किया है. दोनों बोर्ड मिलकर देशभर में मधुमक्खी पालकों को प्रोत्साहित करने के लिए एक वित्त योजना चला रहे हैं. ऐसे में इस प्रोत्साहन के ज़रिए मधुमक्खी पालन करने वाले किसानों को काफ़ी फ़ायदा मिलता है. इसके अलावा सरकार की ओर से दी जाने वाली सब्सिडी की वजह से किसानों को बढ़िया मुनाफ़ा कमाने का मौक़ा भी मिलता है.
जानिए किसानों की कितनी होती है कमाई
Madhumakhi Palan: शुरुआत में मधुमक्खी पालन में 40 से 50 हजार का खर्च आता है। इसके लिए 10 बॉक्स मधुमक्खियों को मारा जा सकता है। हर साल मधुमक्खियों की संख्या बढ़ती रहती है। शहद उत्पादन की क्षमता मधुमक्खियों की संख्या पर निर्भर करती है, जितनी मधुमक्खियां होंगी, शहद का उत्पादन उतना ही अधिक होगा।
जानिए मधुमक्खियों की कीमत
Madhumakhi Palan: शहद का उत्पादन जितना अधिक होगा, आय में उतनी ही वृद्धि होगी। इस समय बाजार में शहद की कीमत 400 रुपये से 700 रुपये प्रति किलो तक है। ऐसे में अगर किसान 100 किलो शहद भी तैयार करने में सफल हो जाता है तो वह घर बैठे आसानी से 60 हजार से 70 हजार रुपये महीना कमा सकता है।
लाभ के लिए ऐसे करें आवेदन
Madhumakhi Palan: उत्तर प्रदेश में मधुमक्खी पालन, रोजगार सृजन और शहद उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए योगी सरकार की ओर से 40 फीसदी तक सब्सिडी की व्यवस्था की गई है। राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत किसान 50 बॉक्स से मधुमक्खी पालन शुरू कर सकते हैं। इसमें 40 फीसदी या अधिकतम 88 हजार रुपये की सब्सिडी दी जाएगी। मधुमक्खी पालन
जानिए किन दस्तावेजों की होगी जरूरत
Madhumakhi Palan: वहीं, अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति के किसानों के लिए अलग से योजना है, जिसमें किसानों को मधुमक्खी पालन के लिए सब्सिडी पर 5 बक्से दिए जाएंगे। मधुमक्खी पालन योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को उद्यान विभाग में पंजीकरण कराना होगा। पंजीकरण के लिए आधार कार्ड, बैंक पासबुक, खतौनी और दो फोटो की जरूरत होती है। इसके अलावा किसानों को मधुमक्खी पालन का प्रशिक्षण लेना अनिवार्य होगा।